Samajwadi Party Candidate List: समाजवादी पार्टी ने जारी की लोकसभा प्रत्याशियों की लिस्ट, पहली सूची में 16 प्रत्याशियों के नाम, डिंपल यादव मैनपुरी से लड़ेंगी चुनाव।

Samajwadi Party Candidate List: समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को Lok Sabha Elections 2024 के लिए 16 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी ने डिम्पल यादव को मैनपुरी से चुनाव में उतारने का फैसला किया है। सूची में डिम्पल समेत यादव परिवार के तीन और सदस्य शामिल है। भारत में 18वीं लोकसभा के सदस्यों को चुनने के लिए इस साल मई तक Lok Sabha Elections होने की उम्मीद है। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को खत्म हो जाएगा। आखरी लोकसभा चुनाव 2019 में हुए थे जिसमें भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार बनी, जिसमें नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। लोकसभा चुनावों के लिए सभी राजनैतिक पार्टी पुरज़ोर तैयारी में जुट गई है। इसी बीच Samajwadi Party ने अपनी पहली Candidate List जारी कर दी है जिसमे में कुल 16 प्रत्याशी है।

Samajwadi Party Candidate List
सपा की पहली लिस्ट में कुल 16 प्रत्याशियों में से 11 OBC और एक-एक दलित, ठाकुर, टंडन और खत्री उमीदवार शामिल हैं। अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव को मैनपुरी से टिकट दिया है तो वही अक्षय यादव को फिरोजाबाद से चुनाव में उतारा है। संभल से शफीकुर्रहमान बर्क को टिकट दिया है।16 प्रत्याशियों के नाम एवं उनके लोकसभा क्षेत्रों को नीचे टेबल में देखे।
Candidate Name | lok sabha constituency |
---|---|
डिम्पल यादव | मैनपुरी |
अक्षय यादव | फिरोजाबाद |
शफीकुर्रहमान बर्क | संभल |
देवेश शाक्य | एटा |
धर्मेन्द्र यादव | बदायूँ |
उत्कर्ष वर्मा | खीरी |
आनंद भदौरिया | धौरहरा |
अनु टंडन | उन्नाव |
रविदास मेहरोत्रा | लखनऊ |
डॉ. नवल किशोर शाक्य | फर्रुखाबाद |
राजाराम पाल | अकबरपुर |
शिवशंकर सिंह पटेल | बांदा |
अवधेश प्रसाद | फैजाबाद |
लालजी वर्मा | अंबेडकर नगर |
रामप्रसाद चौधरी | बस्ती |
काजल निषाद | गोरखपुर |
लोकसभा 2019 में कैसा था इनका प्रदर्शन?
पिछले बार चुनावों में सपा ने बसपा के साथ गठबंधन किया था। तब भाजपा को 80 में से 62 सीटें, बसपा को 10 सीटें और सपा को 5 सीटें मिली थी। वतर्मान में शफीकुर्रहमान बर्क संभल से सांसद है वही डिम्पल यादव मैनपुरी से, आप को बता दे इस संसदीय सीट पर मुलायम सिंह यादव के निधन की वजह से उपचुनाव हुआ था जिसमे डिम्पल यादव ने जीत दर्ज की थी, तो वही 2019 लोकसभा चुनाव में डिम्पल यादव कन्नौज सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुब्रत पाठक से चुनाव हार गई थी। 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में Samajwadi Party का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था जो कि पार्टी के लिए चिंता का विषय बन सकता है। 2019 में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्नी समेत दो भाइयों की हार भी झेलनी पड़ी थी। BJP और उसके सहयोगी अपना दल ने 80 लोकसभा सीटों में से 64 पर जीत हासिल की थी। बहुजन समाज पार्टी को 10 सीट और समाजवादी पार्टी को 5 सीट ही मिली थी।
इन सीटों पर रहेगा फोकस
Lok Sabha Elections 2024 में समाजवादी पार्टी का विशेष ध्यान गोरखपुर सीट पर रहेगा। Samajwadi Party Candidate List के मुताबिक इस बार काजल निषाद को गोरखपुर से टिकट मिला है, वहीं पार्टी ने गोरखपुर से पिछले बार यह टिकट रामभुआल निषाद को दिया था। 2019 लोकसभा चुनावों में बीजेपी के उम्मीदवार रवि किशन ने रामभुआल निषाद को 3,01,664 वोटों ने अंतर से हराया था। रवि किसन को जहां 7,17,122 वोट मिले थे वहीं निषाद को 4,15,458 वोट मिले थे। इसी के साथ Samajwadi Party का विशेष ध्यान कानपुर सीट पर भी रहेगा। पिछले लोकसभा चुनावों में भाजपा के सत्यदेव पचौरी ने कानपुर लोकसभा सीट से 4,68, 937 वोट पाकर चुनाव जीता था। डिम्पल यादव और अक्षय यादव की सीटे मैनपुरी और फिरोजाबाद पर भी समाजवादी पार्टी का विशेष फोकस रहेगा, इसका कारण दोनों उम्मीदवार पिछले लोकसभा चुनावों में हार का सामना कर चुके हैं।
INDIA गठबंधन में आएगी फूट?
कांग्रेस के साथ 11 मज़बूत सीटों से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है… ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा।
‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 27, 2024
विपक्षी INDIA गुट जो 28 विपक्षी दलों से मिलकर बना था, हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी में वापसी कर चुके है। इसके बाद गठबंधन कमजोर होता दिखाई देने लगा है। नीतीश कुमार ‘महागठबंधन’ को छोड़कर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए में लौट आए हैं। इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि कुछ भी ठीक नहीं था। आप को बता दे अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा की कॉंग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की एक अच्छी शुरूआत है। समाजवादी पार्टी ने आने वाले लोकसभा चुनावों में काँग्रेस के लिए 11 सीटें और आरएलडी (Rashtriya Lok Dal) के लिए 7 सीटों का प्रस्ताव सामने रखा है। समाजवादी पार्टी द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव पर दोनों ही पार्टिया सहमत नजर नहीं आ रही है। काँग्रेस कम से कम 22 सीटों की मांग कर रही है तो वही Rashtriya Lok Dal 8 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतरना चाहती है। उत्त्तरप्रदेश में कुल 80 लोकसभा सीट हैं। केंद्र में सत्ता का रास्ता यही से होकर जाता है, हर पार्टी ज्यादा से ज्यादा से सीटे जुगाड़ने की फ़िराक में लगी हुई है। हालांकि देखना ये होगा इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार के चले जाने के बाद उत्तरप्रदेश की सियासत में क्या बदलाव आता है, सपा और कांग्रेस की रणनीति क्या असर दिखाती है। सीटों की इस बिसात में कौन सी पार्टी अपने नंबर बढ़ा पाती है।