उज्जैन: एसपी प्रदीप शर्मा की कार्रवाई, महिला ब्लैकमेलर गैंग का भंडाफोड़,45 लाख रुपये नकद और 55 लाख के आभूषण बरामद
दो वर्षों में करोड़ों की ब्लैकमेलिंग करने वाली गैंग पर एसपी प्रदीप शर्मा का शिकंजा, उज्जैन पुलिस ने बचाई करोड़ों की संपत्ति

उज्जैन। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रदीप शर्मा की कुशल रणनीति और सशक्त नेतृत्व के चलते नीलगंगा थाना पुलिस ने ब्लैकमेलिंग के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। एसपी प्रदीप शर्मा ने 27 दिसंबर 2024 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि पुलिस ने एक महिला ब्लैकमेलर और उसके परिवार के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में 45 लाख रुपये नकद और 55 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए हैं।
एसपी प्रदीप शर्मा ने साझा की पूरी घटना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी शर्मा ने बताया कि अलखधाम नगर निवासी एक फरियादी ने शिकायत की थी कि उनके पिता को घर में काम करने वाली नौकरानी पिंकी गुप्ता द्वारा दो वर्षों से ब्लैकमेल किया जा रहा है। महिला ने अपने प्रेमी राहुल मालवीय और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पीड़ित का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर करोड़ों रुपये ऐंठे।
एसपी शर्मा ने कहा, “यह एक संगठित अपराध था, जिसे बेहद शातिर तरीके से अंजाम दिया गया। पुलिस ने इस मामले में सटीक रणनीति बनाकर कार्यवाही की और अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल की।”
एसपी के नेतृत्व में टीम ने की सटीक कार्रवाई
एसपी शर्मा ने बताया कि पुलिस ने महिला पिंकी गुप्ता के घर पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में नकद, आभूषण और अन्य महंगे सामान बरामद किए। पिंकी गुप्ता केवल सात हजार रुपये मासिक वेतन पर काम करती थी, लेकिन उसके पास महंगे मोबाइल फोन, ब्रांडेड सामान और दो मकानों की जानकारी मिली है।
एसपी शर्मा ने कहा, “यह कार्रवाई उज्जैन पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का उदाहरण है।”
बरामदगी का विवरण
1. पिंकी गुप्ता:
नकद: ₹40,24,000
सोने के हार, चेन, कंगन, अंगूठी और अन्य गहने: कुल 55 लाख रुपये।
2. रजनी पाटीदार (पिंकी की बहन):
नकद: ₹19,000
सोने के आभूषण।
3. सजन बाई बैरागी (पिंकी की मां):
नकद: ₹4,50,000
चांदी और सोने के गहने।
एसपी ने दी टीम को बधाई
एसपी प्रदीप शर्मा ने अपनी टीम की सराहना करते हुए कहा कि यह सफलता पुलिसकर्मियों की मेहनत और प्रभावी जांच का परिणाम है। उन्होंने नीलगंगा थाना प्रभारी निरीक्षक तरुण कुरील, सब-इंस्पेक्टर वर्षा सोलंकी और पूरी टीम को विशेष रूप से बधाई दी।
एसपी शर्मा ने कहा, “उज्जैन पुलिस अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हम नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
मुख्य आरोपी की तलाश जारी
एसपी शर्मा ने बताया कि ब्लैकमेलिंग रैकेट का मुख्य आरोपी राहुल मालवीय अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध जानकारी को तुरंत पुलिस के साथ साझा करें।
समाज में विश्वास जगाने वाली कार्रवाई
एसपी प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में उज्जैन पुलिस की यह सफलता अपराधियों के लिए सख्त संदेश है। उनकी रणनीतिक सोच और टीम को प्रेरित करने की क्षमता ने उज्जैन में पुलिस की छवि को और मजबूत किया है।
सराहनीय भूमिका
एसपी प्रदीप शर्मा के टीम के निम्नलिखित सदस्यों ने इस ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
निरीक्षक तरुण कुरील (थाना प्रभारी, नीलगंगा), उप निरीक्षक वर्षा सोलंकी, प्रधान आरक्षक दिग्विजय सिंह (1262), प्रधान आरक्षक वीरेंद्र कुमार शर्मा (144), प्रधान आरक्षक राहुल कुशवाह (1246), प्रधान आरक्षक मंगल टेगौर (193), प्रधान आरक्षक कपिल राठौर (308), आरक्षक अंकित चौहान (1200), आरक्षक दीपक दिनकर (448), आरक्षक लोकेश प्रजापति (1629), आरक्षक महेंद्र यादव (739), महिला आरक्षक आरती बजरेतिया (1469), महिला आरक्षक नेहा पटोरिया (1832)
संपादक की राय
एसपी प्रदीप शर्मा की सक्रियता और सशक्त नेतृत्व उज्जैन को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। ऐसे सक्षम अधिकारियों की सक्रियता से, उज्जैन में अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बचेगी।